भौतिकी को मोटे तौर पर दो मुख्य शाखाओं में विभाजित किया जा सकता है:
1. चिरसम्मत भौतिकी (Classical Physics) 🕰️
चिरसम्मत भौतिकी उन सिद्धांतों पर आधारित है जो 20वीं शताब्दी की शुरुआत से पहले विकसित हुए थे। यह आमतौर पर बड़े (macro) पैमाने पर, कम गति (प्रकाश की गति की तुलना में) वाली वस्तुओं और घटनाओं से संबंधित है।
चिरसम्मत भौतिकी की प्रमुख उप-शाखाएं हैं:
* यांत्रिकी (Mechanics): बलों के तहत वस्तुओं की गति और विश्राम का अध्ययन। इसे आगे विभाजित किया जाता है:
* शुद्धगतिकी (Kinematics): गति के कारणों (बल) पर विचार किए बिना, केवल गति का विवरण।
* बलगतिकी (Dynamics): बल और गति के बीच के संबंध का अध्ययन (न्यूटन के नियम)।
* स्थैतिकी (Statics): संतुलन में वस्तुओं पर लगने वाले बलों का अध्ययन।
* ऊष्मागतिकी (Thermodynamics): ऊष्मा, कार्य, तापमान और ऊर्जा के रूपांतरण से संबंधित अध्ययन।
* विद्युतचुम्बकत्व (Electromagnetism): विद्युत आवेशों, विद्युत धाराओं, और उनसे उत्पन्न होने वाले विद्युत और चुंबकीय क्षेत्रों का अध्ययन।
* प्रकाशिकी (Optics): प्रकाश के गुणों और व्यवहार का अध्ययन, जिसमें इसका परावर्तन, अपवर्तन, विवर्तन और ध्रुवीकरण शामिल है।
* ध्वनिकी (Acoustics): ध्वनि, अल्ट्रासाउंड और इन्फ्रासाउंड सहित यांत्रिक तरंगों का अध्ययन।
2. आधुनिक भौतिकी (Modern Physics) 🚀
आधुनिक भौतिकी उन सिद्धांतों पर आधारित है जो 20वीं शताब्दी के बाद विकसित हुए। यह सूक्ष्म (sub-atomic) कणों, अत्यधिक उच्च गति (प्रकाश की गति के पास) और उच्च गुरुत्वाकर्षण क्षेत्रों से संबंधित है।
आधुनिक भौतिकी की प्रमुख उप-शाखाएं हैं:
* सापेक्षता का सिद्धांत (Theory of Relativity):
* विशेष सापेक्षता (Special Relativity): उच्च गति पर गतिमान वस्तुओं और समय-स्थान (space-time) के संबंध का अध्ययन। (आइंस्टीन)
* सामान्य सापेक्षता (General Relativity): गुरुत्वाकर्षण को समय-स्थान की वक्रता के रूप में समझाती है।
* क्वांटम यांत्रिकी (Quantum Mechanics): परमाणुओं और उप-परमाणु (sub-atomic) कणों के व्यवहार का अध्ययन। यह ऊर्जा को अलग-अलग 'क्वांटा' या पैकेटों में मानता है।
* * परमाणु भौतिकी (Atomic Physics): परमाणु के गुणों और व्यवहार का अध्ययन, विशेष रूप से नाभिक के बाहर के इलेक्ट्रॉनों का विन्यास।
* नाभिकीय भौतिकी (Nuclear Physics): परमाणु नाभिक (nucleus) के संघटक, बल और प्रतिक्रियाओं (जैसे विखंडन और संलयन) का अध्ययन।
* कण भौतिकी (Particle Physics) (या उच्च ऊर्जा भौतिकी): मौलिक कणों (जैसे क्वार्क, लेप्टॉन) और उनके बीच की अंतःक्रियाओं का अध्ययन। (मानक मॉडल)
ये विभाजन एक सामान्य अवलोकन प्रदान करते हैं, लेकिन आधुनिक अनुसंधान अक्सर इन शाखाओं को जोड़ता है, जिससे एस्ट्रोफिजिक्स, बायोफिजिक्स, नैनोटेक्नोलॉजी और कंडेंस्ड मैटर भौतिकी जैसी अंतःविषय शाखाएं (Interdisciplinary Branches) बनती हैं।
0 Comments