प्रोजेक्ट टाइगर (Project Tiger) आपकी क्विज के लिए सबसे 'हॉट टॉपिक' है क्योंकि मध्य प्रदेश को 'टाइगर स्टेट' का दर्जा प्राप्त है।
यहाँ परीक्षा की दृष्टि से सभी महत्वपूर्ण तथ्य दिए गए हैं:
1. शुरुआत और इतिहास
कब शुरू हुआ: 1 अप्रैल, 1973
किसने शुरू किया: तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने।
पहला टाइगर रिजर्व: जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क (उत्तराखंड) से इसकी शुरुआत हुई थी।
टाइगर मैन ऑफ इंडिया: जोधपुर के कैलाश सांखला (Kailash Sankhala) को कहा जाता है। वे इस प्रोजेक्ट के पहले निदेशक थे। (यह प्रश्न अक्सर पूछा जाता है)।
2. उद्देश्य
बाघों की घटती जनसंख्या को रोकना और उनके प्राकृतिक आवास (जंगलों) को बचाना।
3. वर्तमान स्थिति (बाघ गणना 2022 - रिपोर्ट 2023)
यह डेटा सबसे ताज़ा है और क्विज के लिए सबसे जरूरी है:
भारत में कुल बाघ: 3,682 (दुनिया की लगभग 75% बाघ आबादी भारत में है)।
मध्य प्रदेश (टाइगर स्टेट): म.प्र. में 785 बाघ हैं (भारत में सबसे ज्यादा)।
नोट: म.प्र. ने कर्नाटक (563 बाघ) को पीछे छोड़कर फिर से 'टाइगर स्टेट' का दर्जा हासिल किया है।
4. मध्य प्रदेश के टाइगर रिजर्व (Tiger Reserves of MP)
मध्य प्रदेश में अब कुल 7 टाइगर रिजर्व हैं। आपको इनके नाम और जिले पता होने चाहिए:
| क्र. | टाइगर रिजर्व | विशेष तथ्य |
| 1. | कान्हा किसली (मंडला/बालाघाट) | म.प्र. का पहला (1974) और सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व। |
| 2. | पेंच (सिवनी/छिंदवाड़ा) | 'मोगली लैंड' के नाम से प्रसिद्ध। रुडयार्ड किपलिंग की 'द जंगल बुक' इसी पर आधारित है। |
| 3. | बांधवगढ़ (उमरिया) | बाघों का घनत्व (Density) सबसे अधिक है। यहाँ सफेद शेर भी देखे गए थे। |
| 4. | पन्ना (पन्ना/छतरपुर) | यहाँ बाघों का पुनर्स्थापना (Reintroduction) सफलतापूर्वक किया गया था (जब यहाँ बाघ 0 हो गए थे)। |
| 5. | सतपुड़ा (नर्मदापुरम) | इसे अपनी जैव विविधता और 'बाघों के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन' के लिए कई पुरस्कार मिले हैं। |
| 6. | संजय-डुबरी (सीधी/शहडोल) | इसका कुछ हिस्सा छत्तीसगढ़ (गुरु घासीदास) में चला गया है। |
| 7. | वीरांगना दुर्गावती (सागर/दमोह/नरसिंहपुर) | नया (New): यह म.प्र. का 7वाँ और भारत का 54वाँ टाइगर रिजर्व बना है (2023 में)। यह नौरादेही और रानी दुर्गावती अभयारण्य को मिलाकर बनाया गया है। |
5. प्रशासनिक ढांचा
NTCA (National Tiger Conservation Authority): प्रोजेक्ट टाइगर का संचालन यही संस्था करती है। इसका गठन वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत 2005 में किया गया था। इसके अध्यक्ष भारत के पर्यावरण मंत्री होते हैं।
6. प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल
2023 में प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे हुए हैं। इसका जश्न मैसूर (कर्नाटक) में मनाया गया था, जहाँ पीएम मोदी ने 'International Big Cat Alliance' (IBCA) की शुरुआत की।
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