गुरुत्वाकर्षण (Gravitation) से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य और जानकारियां -
लेखक - शक्ति पटेल (राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक)
जब हम किसी वस्तु को ऊपर फेंकते है तो वह नीचे क्यो आ जाती है? कभी सोचा है आपने इस बारे में? गुरुत्वाकर्षण का बल उस चीज को नीचे खींच लेता है।
न्यूटन का गुरुत्वाकर्षण नियम (Newton's law of gravitation) :
किन्हीं दो पिंडो के बीच कार्य करने वाला आकर्षण बल पिंडो के द्रव्यमानों के गुणनफल के अनुक्रमानुपाती तथा उनके बीच की दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है।
माना कि दो पिंड जिनका द्रव्यमान क्रमशः m1 एवं m2 है, एक दूसरे से R दूरी पर स्थित हैं, तो न्यूटन के नियम के अनुसार उनके बीच लगने वाला आकर्षण बल,
F = G m1m2/R^2 होता है।
जहां G एक नियतांक है, जिसे सार्वत्रिक गुरुत्वाकर्षण नियतांक कहते हैं।
G का मान 6.67 X 10^-11 Nm^2 / kg^2 होता है।
गुरुत्व (Gravity): न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण के अनुसार दो पिंडो के बीच एक आकर्षण बल कार्य करता है। यदि इनमें से एक पिंड पृथ्वी हो तो इस आकर्षण बल को गुरुत्व कहते हैं।
अर्थात गुरुत्व वह आकर्षण बल है, जिससे पृथ्वी किसी वस्तु को अपने केंद्र की ओर खींचती है।
इस बल के कारण जो त्वरण उत्पन्न होती है, उसे गुरूत्वीय त्वरण या गुरुत्व जनित त्वरण (g) कहते हैं।
g का मान 9.8 m/s^2 होता है।
g का मान वस्तु के रूप, आकार, द्रव्यमान आदि पर निर्भर नहीं करता है।
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g के मान में परिवर्तनः
- पृथ्वी की सतह से ऊपर या नीचे जाने पर g का मान घटता है।
- 'g' का मान महत्तम पृथ्वी के ध्रुवों पर (pole) पर होता है।
- 'g' का मान न्यूनतम विषुवत रेखा (equator) पर होता है।
- पृथ्वी की घूर्णन गति बढ़ने पर 'g' का मान कम हो जाता है।
- पृथ्वी की घूर्णन गति घटने पर 'g' का मान बढ़ जाता है।
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Fact - यदि पृथ्वी अपनी वर्तमान कोणीय चाल से 17 गुनी अधिक चाल से घूमने लगे तो भूमध्य रेखा पर रखी हुई वस्तु का भार शून्य हो जाएगा।
लिफ्ट में पिंड का भार (weight of a body in lift):
- जब लिफ्ट ऊपर की ओर जाती है तो लिफ्ट में स्थित पिंड का भार बढ़ा हुआ प्रतीत होता है।
- जब लिफ्ट नीचे की ओर जाती है तो लिफ्ट में स्थित पिंड का भार घटा हुआ प्रतीत होता है।
- जब लिफ्ट एक समान वेग से ऊपर या नीचे गति करती है, तो लिफ्ट में स्थित पिंड के भार में कोई परिवर्तन प्रतीत नही होता ।
- यदि नीचे उतरते समय लिफ्ट की डोरी टूट जाए तो वह मुक्त पिंड की भांति नीचे गिरती है। ऐसी स्थिति में लिफ्ट में स्थित पिंड का भार शून्य होता है। यही भारहीनता की स्थति है।
- यदि नीचे उतरते समय लिफ्ट का त्वरण गुरुत्वीय त्वरण से अधिक हो तो लिफ्ट में स्थित पिंड उसकी फर्श से उठकर उसकी छत से जा लगेगा.
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लेखक - शक्ति पटेल
- राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार (राष्ट्रपति पुरस्कार) 2021
- माननीय शिक्षा मंत्री मध्यप्रदेश शासन द्वारा उत्कृष्ट शैक्षिक कार्यों के लिए सम्मान 2021
- ग्लोबल टीचर रोल मॉडल अवार्ड (मनुष्यबल विकास लोकसेवा अकादमी मुंबई) 2019
- राजस्थान पत्रिका समाचार पत्र समूह द्वारा पत्रिका 40 Under 40 पावर लिस्ट 2022 में शामिल (मध्य प्रदेश के 40 वर्ष से कम उम्र के 40 सर्वाधिक प्रतिभाशाली युवाओं की सूची में शामिल) 2022
- शैक्षिक गुणवत्ता में वृद्धि हेतु जिला स्तरीय प्रोजेक्ट नई उड़ान के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जिला स्तरीय पुरस्कार (गणतंत्र दिवस 2021)
- जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान 2019 (शिक्षक दिवस)
- टीचर इनोवेशन अवार्ड 2019 (श्री अरबिंदो सोसायटी दिल्ली)
- जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान 2018 (शिक्षक दिवस)
- माननीय विधायक (बिछिया) द्वारा शिक्षक सम्मान 2019 (शिक्षक दिवस)
- जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान 2022 (शिक्षक दिवस)
- शैक्षिक कार्यों में उत्कृष्ट कार्यों हेतु विकासखंड स्तरीय शिक्षक सम्मान (गणतंत्र दिवस 2023)
- ग्राम पंचायत से सर्वश्रेष्ठ शिक्षक का प्रमाण पत्र 2016
- भारत एक्सीलेंस अवार्ड 2024 (नई दिल्ली)
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