नशा नहीं करना है हमको
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नशा नहीं करना है हमको,
नशा विकार है तन मन का।
नशा बुराई है समाज की,
नाशक है यह धन जन का ।।
हरता है तन की शक्ति यह,
दुर्बलता फैलाता है।
नशा ही केवल दिखने लगता,
और न कुछ फिर भाता है।।
गुटखा, दारू, सिगरेट, गांजा,
मन कमजोर बनाते हैं।
अल्प प्रतिष्ठा हो जाती है,
जो इनको नित पाते हैं।।
खो जाती है शुद्धता इससे,
घर में अशुचि आ जाती है।
काम अधूरे रह जाते हैं,
बुद्धि भी खो जाती है।।
दमा,तपेदिक, कर्करोग सब,
नशा के कारण हो जाते।
बहुविध जतन करो फिर भी जन,
इनसे मुक्ति ना पाते।।
नशामुक्त हो देश हमारा,
यह संदेश फैलाना है।
नशामुक्ति के गीत सुहाने,
देश के हित में गाना है ।।
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रचनाकार - शक्ति पटेल
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