किसी स्थान की स्थिति का निर्धारण दो प्रकार से किया जाता है. प्रथम - खगोलीय स्थिति जिसे अक्षांश या देशांतर के माध्यम से व्यक्त किया जाता है . प्रथम - किसी स्थान की स्थिति का निर्धारण दो प्रकार से किया जाता है। प्रथम, खगोलिकीय स्थिति (Astronomical location) जिसे अक्षांश तथा देशान्तर के माध्यम से व्यक्त किया जाता है, दूसरी- भौगोलिक स्थिति (Geographical location) है जिसमें किसी स्थान को अन्य समीपवर्ती स्थानों, देशों, स्थलखण्डों तथा जलराशियों के परिप्रेक्ष्य में व्यक्त किया जाता है। खगोलिकीय स्थिति को समझने के लिए ग्लोब या मानचित्र पर अक्षांश तथा देशान्तर रेखाओं का रेखाजाल समझना आवश्यक है। यथा
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